Saturday, January 31, 2015

"स्टाफ "..भारतीय रेलवे का फ्री पास ।


"स्टाफ "भारतीय रेल में सफर यदि कर रहे हो तो इस शब्द की बड़ी महिमा दिखेगी । आप के पास टिकट न हो , बस यह एक शब्द आप के पास कहने का दम  हो तो TT या कोई चेकिंग स्टाफ , आप का टिकट देखने व पूछने की भी जरूरत नही समझता ।
         आज भी ट्रेन में 7 "जबरू " स्टाफ शब्द की महिमा के साथ सफर पर थे ,  TT साहब को स्टाफ बोल कर पूर्णाहुति कर ली ।
 हाँ मजेदार ये की दिल्ली में सरकारी नोकरी करने वाले ये जबरू बड़े जोर शोर से मोदी के विरोधी भी थे , कारण सुबह time पर ऑफिस जाना पड़ रहा हे । वैसे केजरी के लिये यह समुदाय वोटर हो सकता हे ।
    बाकी लोग केवल "स्टाफ "शब्द की महिमा पर ध्यान   लगायें ।

वापसी

सालो हो गये यहाँ आये हुए । फेसबुक - ट्विटर की तुरंत फुरंत की दुनिया अल्पकालिक तो ठीक हे पर संतोषप्रद नही । वहां तत्काल भाग दोड के साथ उपलब्धता हे । पर यहाँ शांति के साथ सामर्थ्यपूर्ण यात्री ।
        समय कितना बदल गया । सत्ता के साथ देश का जन मानस भी । परिवार के साथ सामाजिक जीवन भी । बदलाव , विचार ओर अपने मन को अभिव्यक्त करने के साधन व तरीके भी बदल गए । ब्लोगिंग की पुन्ह  शुरुवात इन को महसूस व् अभिव्यक्त करने में सहायता करेगी ।