चुनाव का माहौल है.. राजनेता और उनके बयान भी बरसाती मेढ़क की तरह हर जगह हैं .....एक दूसरे पर अभूतपूर्व रूप से बेहतरीन शब्दों की बारिश की जा रही है। पर मैं इन "फूलो " या "बारिश " की बात नहीं करूंगा, कुछ बड़ी बात करते हैं.... बड़ी बात यानी प्रधानमंत्री, अभी तो प्रधानमंत्रियो की बाढ आई हुई है। हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है।
कल मेरे एक मित्र ने मुझ से पूछा की यार मंत्रियो को ही तो प्रधानमंत्री नहीं कहने लग गये हैं। समझ नहीं आ रहा है कि ये हो क्या रहा है। जब हम स्कूल में थे तो घर से कभी कभी 25-50 पैसे मिला करते थे, मेले मे जाने पर 2 से 5 रुपए। आज रोज 5-10रुपए और मेले मे 50-100 से कम में कोई बच्चा मानता ही नहीं है।.क्या मंत्री से प्रधानमंत्री भी ऐसा ही हो गया है। कैबिनेट, स्टेट लेवेल की तो बात छोड़ दीजिये कभी मंत्री ही बड़ी चीज थी। आज प्रधानमंत्री से कम मे कोई तैयार ही नहीं है। सांसद भले ही 10-15 हों, प्रधानमंत्री तो बनना ही है। कोई प्रधानमंत्री इन वेटिंग तो कोई राजकुमार का केयर टैकर, हर ग्रुप में एक नहीं 3-4 प्रधानमंत्री मौजूद हैं। लिस्ट भी है -अडवाणी, मनमोहन, राहुल गाँधी, नरेंन्द्र मोदी, मायावती, मुलायम, नीतीश, शरद पवार, करात, बुद्धदेव, चंद्रबाबू, नवीन पटनायक, जयाललिता और बहुत सारे घोषित -अघोषित भी अपने भाग्य के भरोसे हैं। क्या पता देवेगौडा और गुजराल की तरह किस्मत खुल जाए। 2009 में न सही तो 2014 में ही सही, वैसे आप को क्या लगता है कि अगला चुनाव 2014 में होगा........ मुझे तो नहीं लगता,
खैर अभी बात प्रधानमंत्री की........... ..तो भाई चुन लीजिये अपना प्रधानमंत्री आज नहीं तो कल, नहीं तो परसो कभी तो बन ही जाएंगे। वैसे तो उम्मीद पर ही दुनिया कायम है। पर एक बात यार............ हमारा नाम भी इस लिस्ट मे जुडवा दो हम तो 2014 के बाद के लिये भी तैयार हैं। बुरा मत मानो यार हम तो आप के नाम पर भी तैयार हैं।
Monday, May 4, 2009
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3 comments:
तो आपको भी भ्ाविष्य का पीएम मा लें
sabse achchi baat yeh hai ki impartial likha hai,
its gd, bhagwaan kare ki aapka sapna bhi sakaar ho
bhai m to kab se kah rha hu ki aa ja politics me...
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